चौक टीम, जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) के अवसर पर सेना के अग्निवीरों के लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि समर्पण और राष्ट्र भक्ति की भावना से देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले अग्निवीरों के लिए राजस्थान सरकार ने राज्य पुलिस, जेल प्रहरी और वनरक्षक के रूप में आरक्षण का प्रावधान रखा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार के इस फैसले से अग्निवीरों को देश की सेवा के बाद प्रदेश में भी काम करने का अवसर प्राप्त होगा।
कारगिल विजय दिवस पर बड़ी घोषणा
सीएम भजन लाल शर्मा ने कारगिल दिवस के रजत जयंती के अवसर पर शहीदों को नमन किया जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया। भजन लाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अग्नि वीरों के माध्यम से उन समय, समर्पण और ईमानदार से काम करने वाले जवानों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने भी उन सभी अग्निवीरों को पुलिस विभाग, जेल प्रहरी और वनरक्षक के रूप में आरक्षण देने का फैसला किया है। इससे वो सेना से लौटकर आगे काम कर सकें।
इन राज्यों ने भी आरक्षण देने की घोषणा की
बता दें कि कारगिल विजय दिवस रजत जयंती के मौके पर राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, गुजरात और छत्तीसगढ़ सरकार ने भी सेना के अग्निवीरों को राज्य पुलिस की भर्ती में आरक्षण देने की घोषणा की है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी BSF, CRPF, ITBP, SSB और CISF में अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने की घोषणा की थी। वहीं, हरियाणा सरकार अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने का फैसला पहले कर चुकी हैं, उत्तराखंड सरकार भी 22 जुलाई को ही अग्निवीरों को आरक्षण देने का ऐलान कर चुकी है। इस तरह अब तक 8 राज्य अग्निवीरों को लेकर ऐलान कर चुके हैं।
विपक्ष ने उठाया था अग्निवीरों के भविष्य पर सवाल
दरअसल अग्निवीर योजना देश में मोदी सरकार लेकर आई थी, इसके तहत कम उम्र में युवाओं को देश सेवा में जाने के अवसर दिए गए हैं, लेकिन अग्नि वीरों की नौकरी की समय सीमा कम होने के चलते इस योजना पर कांग्रेस ने लगातार सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस का आरोप रहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। अग्नि वीर जब सेवा समाप्त करके वापस लौटेंगे तब उनके पास अन्य नौकरी के अवसर नहीं होंगे और वह बेरोजगार की तरह उन्हें घूमना पड़ेगा।