शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान के बारां जिले में सोमवार को ईद-मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान बड़ा हंगामा हो गया। जुलूस में शामिल लोग और पुलिस के बीच मार्ग को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पुलिस द्वारा तय किए गए रूट से हटकर जुलूस में शामिल लोग दूसरे रास्ते पर जाने की कोशिश कर रहे थे, जिससे पुलिस और लोगों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई।
पुलिस और लोगों के बीच झड़प
जब जुलूस के लोग तय रूट को छोड़कर आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने जुलूस में शामिल लोगों से अनुरोध किया कि वे निर्धारित रूट पर ही आगे बढ़ें, लेकिन कुछ लोगों ने इसका विरोध किया। इस पर जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो विवाद और बढ़ गया।
हाथापाई और तनाव
जुलूस में शामिल कुछ लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की भी की। यह स्थिति प्रताप चौक पर देखने को मिली, जहां पुलिस और जुलूस के लोगों के बीच माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया।
एसपी ने संभाली स्थिति
हालात को बिगड़ता देख, बारां जिले के एसपी राजकुमार चौधरी खुद मौके पर पहुंचे और पुलिस बल के साथ स्थिति को नियंत्रण में लाया। उन्होंने जुलूस में शामिल लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और उन्हें तय रूट पर चलने का आग्रह किया। प्रशासन ने इलाके को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
पथराव की संभावना से इनकार
हालांकि मौके पर पथराव की कोई खबर नहीं है, लेकिन प्रशासन ने पथराव की संभावनाओं को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जो लोग पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की करते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शाहपुरा में भी हुई थी पथराव की घटना
दो दिन पहले ही राजस्थान के शाहपुरा जिले में जलझूलनी एकादशी के जुलूस पर पथराव की घटना सामने आई थी। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया था और कई लोगों को चोटें आई थीं। शाहपुरा की घटना के बाद बारां में हुई यह घटना राज्य में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव की ओर इशारा करती है।
धार्मिक जुलूसों में बढ़ते विवाद
बारां और शाहपुरा की घटनाएं इस बात का संकेत देती हैं कि धार्मिक जुलूसों के दौरान प्रशासन और समुदायों के बीच सामंजस्य की कमी से विवाद बढ़ सकता है। इस प्रकार की घटनाएं सांप्रदायिक तनाव को और बढ़ावा देती हैं और शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी करती हैं।
जुलूस में शामिल लोगों से अपील
प्रशासन की ओर से जुलूस में शामिल सभी लोगों से शांति बनाए रखने और पुलिस द्वारा तय किए गए मार्ग का पालन करने की अपील की गई है। अधिकारियों ने कहा कि धार्मिक आयोजनों के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।
पुलिस की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस प्रशासन ने बारां में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जुलूस के मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। पुलिस ने यह भी कहा है कि जो भी इस तरह की घटनाओं में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ईद-मिलादुन्नबी का महत्व
ईद-मिलादुन्नबी या ईद-ए-मिलाद पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय जुलूस निकालते हैं और पैगंबर मोहम्मद के संदेशों का प्रसार करते हैं।