विधानसभा में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत सवालों के जवाब दे रहे थे, तभी नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अनुजा ऋण योजना के वन टाइम सेटलमेंट की मांग रखी। उन्होंने कहा कि इन ऋणों की राशि बेहद कम है, इसलिए सरकार को इनका संपूर्ण निपटारा कर देना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल की टिप्पणी
इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने अध्यक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि “कुछ सदस्यों पर ध्यान देना चाहिए।” इस पर बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा, “मेरी नजर से कोई बच नहीं सकता।”
बीजेपी पर आरक्षण खत्म करने के आरोपों को किया खारिज
विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मंत्री अविनाश गहलोत ने साफ कहा कि बीजेपी ने हमेशा आरक्षण की पैरवी की है और विपक्ष केवल राजनीतिक बहाने बना रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी किसी भी हाल में आरक्षण को खत्म नहीं करेगी।
“झुकने का शौक नहीं” – अविनाश गहलोत का दमदार बयान
अविनाश गहलोत ने अपने मजबूत और स्वतंत्र व्यक्तित्व को दर्शाते हुए कहा –
“मैं झुक-झुक कर खड़ा हुआ हूं, लेकिन अब मुझे झुकने का कोई शौक नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा –
“मैंने अपने जीवन को खुद के हाथों से गढ़ा है, और मुझे किसी से मिटने का डर नहीं। मैं हालातों की भट्टी में टिका रहूंगा और हर चुनौती का सामना करूंगा।”
टीकाराम जूली ने गणेश घाघरा के बयान की निंदा की
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कांग्रेस विधायक गणेश घाघरा द्वारा बोले गए आपत्तिजनक शब्दों की निंदा की। उन्होंने कहा कि –
“इस तरह की भाषा हमारे संस्कारों में नहीं है। ऐसे शब्दों को कार्यवाही से हटाया जाएगा।”
गहलोत और जूली के बीच शेरो-शायरी पर मजेदार तंज
विधानसभा में माहौल तब हल्का हो गया जब अविनाश गहलोत ने एक शेर सुनाया। इस पर टीकाराम जूली ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह शेर उन्होंने पहले भी सुना है और गहलोत ने उनका शेर चुरा लिया है।
गहलोत ने जवाब दिया – “मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा है।”
इस पर जूली ने हंसते हुए कहा – “सीखने और चुराने में फर्क होता है।”
इस मजाकिया बहस में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने भी जोड़ा – “जूली जी, आपने यह शेर कहां से चुराया था?”
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
तीखी बहस के बाद राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही को सोमवार 3 मार्च, सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया।