राजस्थान के रण में बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज बीकानेर में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। शाह ने कांग्रेस के आंतरिक झगडे़ से लेकर राम मंदिर के मुद्दों पर अपनी बात रखी।
राम मंदिर को घोषणा-पत्र में शामिल किया गया है : शाह
जब सवाल राम मंदिर के बारे में पूछा गया तो शाह ने बहुत जोर देकर जवाब दिया कि “राम मंदिर बनना तो तय है, बस इसमें क़ानूनी प्रक्रिया का पालन हो तो और भी अच्छा है। अयोध्या में राम मंदिर बनाने का मुद्दा घोषणा-पत्र में शामिल है जिसे बीजेपी पूरा कर के ही मानेगी। बीजेपी अपने इस बयान से एक इंच भी हिलने वाला नहीं है। मंदिर भव्य बनेगा और बिल्कुल उसी डिजाईन में बनेगा जैसा निर्धारित किया गया है, इसमें कोई शंका नहीं हैं।” इस बयान के तुरंत बाद ही “जय श्री राम”, भारत माता की जय के नारे लगने शुरू हो गए।
जो भारत माता का जयकारा नहीं लगा सकते उन्हें अन्न खाने का हक नहीं
शाह ने कहा कि उन लोगों को यहां का अन्न नहीं खाना चाहिए जिन्हें भारत माता की जय बोलने में शर्म आती हो। शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस की एक सभा का जिक्र किया, जिसमें कार्यकर्ता ने भारत माता की जय का नारा लगाया था और नेता जी ने उन्हें रोक कर सोनिया गांधी की जय बोलने को कह दिया था।
राज्यवर्धन सिंह ने भी पूछा सवाल
इन सवालों के बीच एक सवाल राज्यवर्धन सिंह राठोड़ ने भी पूछा, उन्होंने राजस्थान के खिलाड़ियों के लिए किए जाने वाले कार्यों की विवेचना चाही, जिसके जवाब में शाह ने सीधा निशाना पहले कांग्रेस के कार्यकाल पर किया। शाह ने कहा कि कांग्रेस से 1700 करोड़ रुपए बीजेपी के कार्यकाल में ज्यादा दिए जा रहे हैं। ट्रेंनिंग के लिए जगह बनाई जा रही है और बहुत सी जगह तो बन कर तैयार है जहां पर अंतर्राष्ट्रीय कोच रखे गए हैं, जिससे देश में खेलों को लेकर जागरूकता बढ़े और खिलाड़ियों को सारी सुविधाएं मिल पाए।
कांग्रेस में नहीं, बीजेपी में है आन्तरिक लोकतंत्र
उन्होंने वंशवाद की बात आने पर फिर कांग्रेस को घेरा, कहा कि सिर्फ बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जहां एक पोस्टर लगाने वाला राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है, एक चाय बनाने वाला मुख्यमंत्री, कांग्रेस में ऐसा न कभी हुआ है और न कभी होगा। जिस पार्टी में आन्तरिक लोकतंत्र नहीं है वो देश में लोकतंत्र कहां से लाएगी।
आतंकवाद पर बीजेपी की रही है जीरो टोलरेंस की नीति
आतंकवाद पर बीजेपी की तरफदारी करते हुए शाह ने कहा कि वो तो देश का बच्चा बच्चा जनता है की पिछले पांच साल बीजेपी ने आतंकवाद के खिलाफ जो कदम उठाए हैं उनमें आतंकवादियों को किस तरह मारा गया है। बीजेपी से पहले की सरकार और आज का इतिहास मिला लो और देखो की किस कार्यकाल में कितने आतंकवादी मारे गए। देश की सीमाओं पर खड़े सिपाहियों की पूरी ज़िम्मेदारी सरकार पर है। आंतरिक और बाहरी समस्याओं से लड़ने के लिए बीजेपी की एक ही नीति रही है, आतंकवाद को लेकर जीरो टोलरेंस की नीति पर आगे भी काम किया जाएगा।