चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में चुनावी साल शुरू होने के साथ ही सियासी हलचल भी तेज हो गई है. जहां एक और कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर वार पलटवार करने लगी है, वही इसी कड़ी में आज शाम 6 बजे असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM जयपुर के रामलीला मैदान में प्रदेश स्तरीय सम्मेलन करने जा रही है. जिसमें पार्टी सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी के साथ AIMIM के आला नेता और प्रदेशभर से कार्यकर्ता शामिल होंगे.
40 सीटों पर उतरेंगे उम्मीदवार
माना जा रहा है कि ओवैसी की पार्टी AIMIM इस बार 40 सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतार सकती है. राजस्थान की 40 सीटे हैं, जहां मुस्लिम समाज जीत-हार का फैसला करता है। AIMIM का आना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी खतरे की घंटी है। ऐसे में कई सीटों पर समीकरण बदल सकते हैं. और खास बात यह है कि इन 40 सीटों में से सीधे तौर पर 15-16 सीटों पर हर बार मुस्लिम प्रत्याशी ही जीतते हैं.
बता दें कि इससे पहले ओवैसी की रैली के की जगह को लेकर पहले विवाद हो गया था. AIMIM के स्थानीय नेता पहले कर्बला मैदान या मोती डूंगरी रोड पर रैली करना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने दोनों ही जगहों पर रैली की अनुमति नहीं दी. इसके बाद AIMIM को आखरी वक्त में रामलीला मैदान में रैली की मंजूरी दी गई.
गहलोत सरकार को घेर सकती है ओवैसी
ओवैसी मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर गहलोत सरकार को घेरते रहे हैं. ओवैसी ने अप्रैल महीने में राजस्थान में मुसलमानों की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक हालत और राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर एक रिपोर्ट तैयार करवाई थी. ओवैसी ने मुसलमानों को विकास में पिछड़ा रहने को लेकर कांग्रेस-बीजेपी सरकारों को घेरा था. इस बार के विधानसभा चुनावों में अल्पसंख्यक विकास में पिछड़ेपन और भेदभाव को मुद्दा बनाया जाएगा.
18 जिलों में 40 सीटें, जिसमें मुस्लिम वोटर प्रमुख
राजस्थान के 18 जिलों में करीब 40 ऐसी सीटें हैं जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या चुनाव हार-जीत में अहम रोल निभाती है. जयपुर, अजमेर, जैसलमेर, बाड़मेर, कोटा, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, अलवर, भरतपुर, नागौर जिलों में स्थित सीटों पर हर चुनाव में 16 के आस-पास मुस्लिम प्रत्याशी जीतते रहे हैं. वहीं, इन जिलों में शामिल करीब 24 सीटों पर मुस्लिम वोटरों का समर्थन और नाराजगी चुनाव परिणाम प्रभावित कर देते हैं।