कुलदीप छंगाणी, जैसलमेर/पोकरण। पश्चिम राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण शहर में इस बार इंद्रदेव ऐसे मेहरबान हुए कि 28 सालों का रिकॉर्ड तोड दिया। तहसील कार्यालय के रैन गेज रजिस्टर से प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 साल पहले 22 जून 1996 को एक साथ 175 एमएम बारिश हुई थी जिसके बाद कल यानी सोमवार को ऐसी बारिश हुई है।
पोकरण में टूटा 28 सालों का रिकॉर्ड
रैन गेज रजिस्टर में दैनिक वर्षा के आंकड़े को दर्ज करने वाले पटवारी धनराज माली ने बताया कि, सोमवार को पोकरण शहर में दोपहर 2:30 बजे से शाम 6 बजे तक 186 एमएम बारिश दर्ज की गई है जो कि पिछले 28 सालों में एक साथ हुई बारिश में सबसे ज्यादा है।
बता दें कि पोकरण में कल दिन भर बारिश का दौर चला तो रात को भी हल्की से भारी बारिश चलती रही। वहीं सुबह होते-होते बादल साफ होने लगे और दोपहर 12 बजे तक हल्की बूंदाबांदी जारी रही। इसके बाद मौसम साफ होने लगा। मौसम विभाग द्वारा जारी रेड अलर्ट के खतरे को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने दो दिन के लिए स्कूलों में भी अवकाश घोषित कर दिया था।
8 सालों बाद पोकरण के तालाब हुए पानी से लबालब
विगत आठ सालों से पोकरण में अच्छी बारिश नही होने से यहां के मुख्य तालाबों में पानी की आवक नहीं हुई थी, लेकिन बीते सोमवार से शुरू हुई बारिश के बाद पोकरण के सालम सागर, रामदेवसर, बंदोलाई, सुदलाई जैसे मुख्य तालाबों में 15 फिट से अधिक पानी की आवक हो गई है। वहीं कुछ स्थानों पर बारिश से नुकसान की भी जानकारी मिली है।
PWD द्वारा बनाया गया पुल बारिश में ढहा
पोकरण के तोलाबेरी नदी पर हाल ही में पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाया गया पुल बारिश में ढह गया तो वहीं नगरपालिका की सड़कों का भी खस्ताहाल हो गया है। तेज बारिश के साथ चले हवाओं के कारण जगह-जगह विद्युत पोल गिरने से शहर रात भर अंधेरे में डूबा रहा तो वहीं दिन में भी बिजली की कटौती लगातार जारी है।
जानकारी के मुताबिक आस-पास के गावों में आकाशीय बिजली गिरने से कई जगहों पर किसानों को पशुधन का भी नुकसान हुआ है। बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए मंगलवार को जिला कलेक्टर प्रताप सिंह व उपखंड अधिकारी प्रबजोत सिंह गिल ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया।