अंकित तिवारी, जयपुर। जयपुर में एलपीजी टैंकर ब्लास्ट मामले में घायलों का उपचार जारी है। आज पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने घायलों के परिजनों से मुलाकात की। एनएचएआई ने भी बताया कि अजमेर रोड पर क्लोवर लीफ का काम शुरू कर दिया गया है।
टैंकर के ड्राइवर तक पहुंची पुलिस
पुलिस को टैंकर के ड्राइवर की जानकारी मिल गई है। एसएचओ भांकरोडा मनीष कुमार शर्मा ने बताया- टैंकर ड्राइवर टक्कर के दौरान गैस लीक होने पर जयपुर की तरफ दौड़ा था। इससे उसकी जान बच गई। ड्राइवर ने ही टैंकर मालिक को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा था। अब पुलिस ने टैंकर ड्राइवर जयवीर निवासी मथुराको जयपुर बुलाया है। सोमवार सुबह पूर्व सीएम वसुंधरा राजे घायलों के परिवार वालों से मिलने एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचीं। राजे ने उनसे बात की और हिम्मत दी। सीनियर डॉक्टरों से इलाज के बारे में पूछा। अनुमान बेनीवाल ने कहा कि लगातार हो रहे हादसों को रोकने के लिए राज्य सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।
रिंग रोड पर क्लोवर लीफ 2026 तक होगी तैयार
हादसे के बाद एनएचएआई जगा है। राजस्थान के जयपुर में परियोजना निदेशक अजय आर्य का कहना है कि अजमेर रोड पर क्लोवर लीफ का काम शुरू कर दिया गया है। मार्च 2026 तक इसका काम पूरा करने का समय है। साल 2023 में काम नहीं करने के चलते एक फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। इससे काम रुका हुआ था। तय समय से पहले काम को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
शवों की पहचान के लिए डीएनए होना बाकी
हादसे के बाद मृतकों की पहान बड़ी चुनौती थी। एफएसएल डॉयरेक्टर अजय शर्मा का कहना है कि हमारे पास कुल पांच शव आए थे। जांच की गई को पता चला कि चार ही बॉडी हैं। इसके बाद परिजनों से लिए गए सैंपल के आधार पर हम लोगों ने तीन बॉडी के डीएनए मैच कर बॉडी सौंप दी। एक बॉडी हमारे पास है। परिवार आए तो सैंपल लेकर डीएनए मैच कराएंगे। इसके बाद बॉडी दे देंगे।
20 दिसंबर को हुआ था हादसा
जयपुर के अजमेर रोड पर 20 दिसंबर को हुए हादसे में 4 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। 8 लोगों ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। 1 मौत जयपुरिया हॉस्पिटल में हुई थी। एक्सीडेंट में झुलसे 23 लोग अब भी हॉस्पिटल में एडमिट हैं। इनमें 7 वेंटिलेटर पर हैं। इस हादसे में 25 लोग 75 फीसदी तक झुलसे हैं।